Friday, January 7, 2011

भोपाल में डेढ़ महीने चली फूलों की प्रदर्शनी

अनिल गुलाटी, भोपाल, 6 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का पिछला डेढ़ महीना फूलों की प्रदर्शनी का रहा। मध्य नवंबर से लेकर नए साल की शुरुआत तक यहां बोंसाई, गुलदाऊदी और गुलाब की प्रदर्शनी ने लोगों को हरियाली से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। लोगों ने यह महसूस किया कि शहर में हरियाली बढ़ाने में फूलों का अहम योगदान है।

यूं तो भोपाल में हर साल शीत ऋतु में फूलों की प्रदर्शनी लगाई जाती है, लेकिन इस बार 15 साल बाद गुलदाऊदी की प्रदर्शनी लगाई गई थी। कंक्रीट के जंगल में बदलते भोपाल जैसे शहर के लिए फूलों की प्रदर्शनी अच्छी बात है, क्योंकि यहां हरियाली तेजी से घटती जा रही है। विशेषज्ञ हालांकि इतने से संतुष्ट नहीं हैं, उनका मानना है कि यह तो उद्यान में लगाए जाने वाले पौधे हैं, यहां वस्तुत: प्राकृतिक पेड़-पौधों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।

प्रदर्शनी का मौसम यहां 13-14 नवम्बर 2010 को बोंसाई प्रदर्शनी के साथ शुरू हुआ। भोपाल के लिंक रोड गार्डन में लगाई गई यह प्रदर्शनी भोपाल के बोंसाई क्लब द्वारा आयोजित की गई थी। यह भोपाल की 15वीं बोंसाई प्रदर्शनी थी।

प्रदर्शनी में सेकी बोंसाई, छोटा जंगल, आदि बोंसाई के विभिन्न रूपों को शामिल किया गया। बोंसाई का अर्थ होता है गमले में पेड़। इसमें पेड़ के पौधे को गमले में लगाकर लगातार उसकी टहनियों और जड़ों को काट-छांट कर छोटा रखा जाता है और बड़े पेड़ का छोटा प्रतिरूप तैयार किया जाता है। बोंसाई प्रदर्शनी के कारण भोपाल में बोंसाई का चलन जोड़ पकड़ता जा रहा है।

इसके बाद 4-5 दिसंबर 2010 को इसी वाटिका में गुलदाऊदी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें बागवानी विभाग, अरेरा क्लब, आईआईएफएम, एडीएचपीजी भोपाल, प्रेरणा प्रकाश, आदि संस्थाओं का भी सहयोग मिला। गुलदाऊदी प्रदर्शनी यहां 15 साल बाद फिर से आयोजित की गई। इसमें गुलदाऊदी की विभिन्न किस्मों को शामिल किया गया।

गुलदाऊदी प्रदर्शनी के अयोजन से इस फूल के प्रति आम लोगों में जानकारी बढ़ाने की कोशिश की जाती है। प्रदर्शनी में शामिल गुलदाऊदी की जिन किस्मों ने लोगों का ध्यान सबसे अधिक खींचा उसमें क्वि ल, कास्केड, ब्रशेज और थिस्ट्ल और पोंपन थे। ये किस्म हरे, सफेद, नारंगी रंगों में उपलब्ध थे। प्रदर्शनी में स्पाइडर और कोरियन किस्मों को भी शामिल किया गया था।

इसके बाद नए साल की शुरुआत यानी पहली जनवरी को भोपाल की सर्वाधिक लोकप्रिय गुलाब प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें गुलाब की 100 से अधिक किस्मों के करीब 2,000 गमलों को शामिल किया गया। गुलाब प्रदर्शनी का आयोजन एम. पी. रोज सोसाइटी की ओर से किया गया। इसमें शामिल करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से गुलाब भेजे गए।

यह भोपाल की 30वीं गुलाब प्रदर्शनी थी। इस बार गुलाब की विभिन्न किस्मों एचटी, पोलिएंथा, मिनिएचर और फ्लोरिबुंडा में प्रतियोगिता आयोजित की गई।

प्रदर्शनी में भोपाल के निवासियों के अलावा गुलाब और गुलदाऊदी प्रदर्शनियों में भोपाल की मधुमक्खी भी इस खूबसूरत और सुगंधित प्रदर्शनी में खुद को शामिल होने से रोक नहीं पाए।

1 comment: