Saturday, January 1, 2011

लोकरंग उत्सव में कठपुतलियां बनी आकर्षण का केंद्र

- अनिल गुलाटी
भोपाल, 29 जनवरी (आईएएनएस)। भोपाल के लोकरंग महोत्सव में इंडोनेशियाई कठपुतलियां दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। यहां पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु जैसे राज्यों के अलावा इंडोनेशिया, तुर्की और विएतनाम जैसे देशों की भी कठपुतलियां आई हैं। यहां आपको कठपुतलियों के कई प्रकार देखने को मिलेंगे मसलन स्ट्रिंग, रॉड, वॉटर, शैडो कठपुतलियां लेकिन इनमें इंडोनेशिया की छड़ीनुमा कठपुतलियां लोगों को खूब भा रही हैं।

भोपाल में पांच दिवसीय यह लोकरंग महोत्सव प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव में देश की सांस्कृतिक व पारंपरिक विरासत को प्रदर्शित किया जाता है। महोत्सव 26 जनवरी से शुरू हुआ है। इस आयोजन का यह 25वां साल है। इसमें न केवल देश की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया जाता है, बल्कि हर साल आयोजन का कोई एक विषय भी होता है। इस वर्ष का विषय कठपुतली रखा गया है।

समारोह में तरह-तरह की कठपुतलियों को देखा जा सकता है। इनमें दस्ताने के आकार से लेकर छड़ी के आकार तक की कठपुतलियों को प्रदर्शित किया गया है। यही नहीं परछाई के जरिए भी कठपुतलियों का प्रदर्शन इस समारोह में किया जा रहा है।

फोटो कैप्शन : 1. इंडोनेशिया की रॉड पपेट। 2. वियतनाम का वॉटर पपेट। (सभी फोटो : अनिल गुलाटी।)

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